We Hindus believe that the Ved transcend all time and don’t have a beginning or an end. The discourse that takes place between
About - Ramrajya Trust
EDUCATION FOR ALL VAIDIK GURUKUL EDUCATION SYSTEM
Ved are the guiding principle for all of us Sanatani's
Four Ved
Hinduism & four Ved : The Rig Ved,
The Samaveda, Yajurveda, Atharvaveda
Temple & Gods
In Hinduism There Is Countless Number
of Gods, Lord & Temples In The World
राम राज्य ट्रस्ट – एक परिचय
ये हमारी भारत माता ही है, जिसके कण-कण में और जिसकी आत्मा में ‘हिंदू राष्ट्र’ रचा-बसा है। यही कारण है कि भारत की ये पवित्र भूमि एक स्व-भौतिक ‘हिंदू राष्ट्र’ है। परंतु विडंबना देखिए कि सदियों से अधर्मी शासकों, विदेशी आक्रांताओं और उनके कठपुतलियों के साथ-साथ निकृष्ट और भ्रष्ट सरकारों ने हिंदुओं और हिंदुत्व के मन और शरीर पर अनगिनत वार किए हैं। हिंदुओं और हिंदुत्व की आत्मा को मिटाने की हजारों असफल कोशिशें की है। भारत जैसे महान राष्ट्र को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र घोषित करना इन्हीं कोशिशों में से एक है। हिंदुओं के इस महान और पवित्र भारत भूमि को बदनाम करने के लिए ये एक सोचा समझा षडयंत्र और एक बड़ा कुटिल कदम है।
आज हमारा हिंदू समाज और हमारा ये महान राष्ट्र एक गंभीर संकट का सामना कर रहा है और पतन की ओर अग्रसर है। इस पतन को रोकने के लिए और भारत की इस पवित्र भूमि के ऐतिहासिक गौरव को वापस पाने के लिए, यह बहुत आवश्यक हो जाता है कि हम सभी एक साथ आकर अपनी इस भारतभूमि पर धर्म का परचम लहराएं। इस पवित्र उद्देश्य को हासिल करने के लिए साथ मिलकर काम करें। इसी विचार को ध्यान में रखते हुए, अलग-अलग पृष्ठभूमि से आने वाले धर्मनिष्ठ हिंदुओं के एक छोटे समूह ने एक साथ आकर 4 मार्च 2021 को “राम राज्य महाकोष” की स्थापना की।
ट्रस्ट का उद्देश्य करोड़ों समर्पित हिंदुओं और हमारे उन पूर्वजों के अधूरे सपने को पूरा करना है, जिन्होंने इस पवित्र धरती पर “रामराज्य” की स्थापना का बीड़ा उठाया था, जहां सिर्फ एक ही लक्ष्य के साथ सभी सनातनी भगवान श्री राम के आदर्श और मर्यादा का पालन करते हैं और शांति, समृद्धि के साथ-साथ एक-दूसरे के प्रति प्रेम भाव से रहते हैं।
आप कल्पना कीजिए कि पृथ्वी पर एक ऐसा भू-भाग है जो हर दृष्टि से आदर्श है, जहां सभी जीवों को शुभ गुणों से संपन्न किया गया है, जहां लोग पूरी तरह से संतुष्ट और आनंद से भरे हुए हैं, जहां किसी में लालच और वासना नहीं है, और जहां किसी को भी इस भौतिक संसार में होने वाले किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं उठाना पड़ेगा?
इन सब पर विचार करने पर केवल एक ही निष्कर्ष निकलता है, ऐसा सिर्फ भगवान राम के राज्य में ही संभव है। राम राज्य!
• लक्ष्य – भारतवर्ष में राम राज्य की स्थापना करना।
भारतीय संस्कृति के प्रतीक पुरुषों में सबसे ऊपर अगर किसी का नाम आता है तो वह हैं भगवान श्रीराम। त्रेता युग में अयोध्या नगरी के नायक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को समस्त भारतवासी आज भी अपने समीप पाते हैं क्योंकि उनके द्वारा स्थापित शासन अर्थात राम राज्य आज भी भगवान श्रीराम जितना ही लोकप्रिय है। वास्तव में राम राज्य सिर्फ सुख-सुविधाओं का पर्याय नहीं है बल्कि उस राज्य में रहने वाले समस्त नागरिकों के व्यवहार, विचार, पवित्र आचरण और मर्यादाओं के पालन के कारण श्रेष्ठ शासन व्यवस्था का प्रतीक है। इसलिए भारतवर्ष में राम राज्य की स्थापना “राम राज्य महाकोष” का एकमात्र लक्ष्य है।
• मिशन – रहने के लिए सर्वाधिक वांछित संस्कृति का निर्माण करना।
ऐसा राज्य जहां निवास करने वाला हर नागरिक उत्तम चरित्र का हो, जहां सभी नागरिक आत्म-अनुशासित हों, शास्त्रों और वेदों में बताए गए नियमों का पालन करते हों, भला ऐसे राज्य में रोग, भय या फिर शोक का स्थान ही कहां बचता है। यही तो राम राज्य है जहां सभी नागरिक दोष और विकारों से मुक्त थे। ये समझना कठिन नहीं कि रहने के लिए इससे अच्छी संस्कृति कोई और हो ही नहीं सकती है और यही “राम राज्य महाकोष” का मिशन भी है।
• विजन – विश्व में शांति और समृद्धि की दिशा और दशा को गति देना।
राम राज्य की परिकल्पना के मूल में एक ऐसा आदर्श राज्य है जहां समस्त नागरिक आपस में मिल जुलकर शांति से रहें। जहां किसी तरह का कोई भेदभाव ना हो। बिना ईर्ष्या या शत्रुभाव के, सभी के बीच अपार प्रेम बना रहे। सभी नागरिक शिक्षित, कार्य कुशल, गुणी और बुद्धिमान हों ताकि वह सभी प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ़ते रहें। वैसे भी हमारा भारतवर्ष समस्त संसार को वसुधैव कुटुंबकम के रूप में यही सारे संदेश तो देता है। यही “राम राज्य महाकोष” का विजन भी है ताकि विश्व में शांति और समृद्धि की दिशा और दशा को गति मिल सके।
रामराज्य महाकोष is a registered trust vide regn no. 346/4/1351.
Also Regd with Income Tax department for tax exempted donations vide URN AAETR3066MF22019
Some Important Life Lessons From Bhagwat Gita & Ramayana
The Bhagavad Gita, or the Gita, is the discourse that takes place between Lord Krishna and Arjun before the start of the Kurukshetar war. The teachings by Lord Krishna helped change Arjun’s perspective about life.
2021 Jun 21
Hindu New Year & Ramayan Avatara with Lord Shiv
The first major festival that we celebrate with the birth of the New Year, according to the Hindu almanac, is Sri Ram Navami. That is the avatar day of Ram. There is a Ved vakya that says Citra Paurnami marks the mukha
2021 Jun 21
Lesson & Greatness of the Ved
In his Thirumandiram, Thirumoolar talks of the greatness of the Ved, said R. Narayanan in a discourse. Thirumoolar says some talk of righteous things of dharma is subtle and hence difficult to understand, not mentioned in the Ved.
2021 Jun 21
Lord Krishna’s Birth In Unique Night
Andal, in Her Thiruppavai, refers to the night on which Krishna was born as “Or iravu,’ meaning it was a unique night of dharm is subtle and hence difficult to understand. What made it unique? It was the night when the One without birth was born, elaborated V.S.
2021 Jun 21
Famous Temples
Ramanathaswamy & Other Temples
Rameshwaram is a small island town in Tamil Nadu and is one of the four holiest pilgrimage places (Char Dhams) of the Hindus.
Situated close to the Alaknanda River, the abode of Lord Badrinath is located in the Chamoli district, a small town of Badrinath (Uttarakhand). This holy shrine of Lord Vishnu forms a part of the four holiest sites (Char Dhams) in Hindu religion.
This is one of the oldest pilgrimage centres in India and finds mention in the ancient books, like Shivpuran, Skandpuran and Shreemad Bhagvat. Som refers to the ‘Moon God’ thus Somnath means ‘Protector of the Moon God
Situated in the Himalayan range of Garhwal area (Uttarakhand), Kedarnath temple is one of the most sacred Shiva temples in the world. This holy abode of Shiva is said to be built by the Pandavas to atone for their sins.